पोप फ्रांसिस का 88 साल की उम्र में निधन हो गया. जिसकी जानकारी वैटिकन सिटी की ओर से दी गई. वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज भी चल रहा था. हाल ही में उन्होंने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की थी. कैथेलिक चर्च के हेड के तौर पर वह बीते कई सालों से थे. क्या आपको जानकारी है कि पोप फ्रांसिस की कितनी सैलरी थी? वह अपने पीछे कितनी दौलत छोड़ गए हैं? आइए आपको भी इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं?
कितनी थी पोप फ्रांसिस की सैलरी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैथोलिक चर्च के हेड के रूप में रहे पोप फ्रांसिस हकदार होते हुए भी सैलरी नहीं लेते थे. पिछले पोपों के विपरीत, उन्होंने 2013 में पदभार ग्रहण करने के बाद चर्च से किसी भी प्रकार का वेतन लेने से मना कर दिया था. जबकि पोप को पारंपरिक रूप से वेतन मिलता है, रिपोर्ट बताती है कि इस पद के लिए वर्तमान वेतन 32,000 डॉलर प्रति माह है. हालांकि, पोप फ्रांसिस ने इस पैसे को चर्च को दान करने, फाउंडेशन के लिए उपयोग करने, ट्रस्ट में रखने या परिवार के किसी सदस्य को देने का विकल्प चुना था.
पोप फ्रांसिस की संपत्ति
सैलरी ना लेने के बाद भी पोप फ्रांसिस के पास उनके पद से जुड़े हुए कई असेट्स हैं. जो वह अपने पीछे छोड़कर गए हैं. उन असेट्स की अनुमानित वैल्यू लगभग 16 मिलियन डॉलर है. इन असेट्स में पोप फ्रांसिस की पांच कारें और उनकी भूमिका से जुड़े अन्य लाभ शामिल हैं. हालांकि वे अपने हक की सैलरी नहीं लेते थे, उसके बाद भी उनकी सैलरी का अमाउंट अभी भी उनकी कुल संपत्ति में कंट्रीब्यूट करती है.
पोप फ्रांसिस का कार्यकाल
पोप फ्रांसिस, जिनका जन्म अर्जेंटीना में जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो के रूप में हुआ था, 2013 में पोप बेनेडिक्ट XVI के इस्तीफे के बाद इतिहास में पहले लैटिन अमेरिकी पोप बने. अपने कार्यकाल के दौरान, उन्हें अपने जेसुइट वैल्यू के साथ एक साधारण जीवनशैली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए पहचाना जाता रहा है. वेटिकन ने 2001 में पुष्टि की कि उन्होंने पोप बनने से पहले भी कभी चर्च से पैसे स्वीकार नहीं किए थे. वहीं दूसरी ओर कैथोलिक चर्च के पास एक संस्था के रूप में अपार संपत्ति है है. चर्च के पास दुनिया भर में महत्वपूर्ण असेट्स हैं, जो चर्च की फाइनेंशियल स्ट्रेंथ को मजबूत करने का काम करती है.